नागपंचमी: भारतीय परंपरा और मान्यता

a couple of soaps sitting on top of a rock

नागपंचमी पर्व की हार्दिक बधाई

आप सभी को नागपंचमी पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ। यह पर्व भारतीय संस्कृति और परंपराओं में विशेष महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दिन नाग देवता की पूजा की जाती है और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाती है।

नागपंचमी का महत्व

भारत में नागपंचमी का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नाग देवताओं की पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। मान्यता है कि नाग देवता की पूजा करने से सर्प दोष और अन्य समस्याओं से मुक्ति मिलती है।

नागपंचमी की परंपराएं

नागपंचमी के दिन लोग विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। लोग नाग देवताओं की मूर्तियों या चित्रों की पूजा करते हैं। घरों में दूध और फूल चढ़ाते हैं। इस दिन व्रत रखने की भी परंपरा है, जिसमें लोग पूरे दिन उपवास रखते हैं और केवल फलाहार करते हैं।

नागपंचमी से जुड़े पौराणिक कथाएं

नागपंचमी के पर्व से जुड़ी कई पौराणिक कथाएं हैं। इनमें सबसे प्रसिद्ध कथा राजा जनमेजय और सर्पराज तक्षक की है। इसी तरह की कथाओं से यह पर्व भारतीय संस्कृति और सभ्यता में गहरी जड़ें जमा चुका है।