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श्री दादा कोंडके का जन्म 8 अगस्त 1932 को हुआ था। मुंबई के एक सामान्य परिवार में जन्मे दादा कोंडके ने अपनी विशेष हंसी और बहुमुखी अभिनय शैली से मराठी फिल्म उद्योग में अपनी एक अलग पहचान बनाई। उनकी सरलता और उनके सामाजिक मुद्दों पर कटाक्ष करने की क्षमता ने उन्हें जनता के दिलों में अमर बना दिया।
अपने करियर की शुरुआत उन्होंने रंगमंच से की। फिल्म ‘विच्छा माझी पुरा करा’ (1974) ने उन्हें मराठी सिनेमा का सुपरस्टार बना दिया। इसके बाद उन्होंने कई हिट फिल्में दीं जिनमें ‘पांडु हवालदार’, ‘तीघा मातीच्या चुली’ और ‘राम राम गंगाराम’ शामिल हैं। उनकी फिल्मों का हास्य पहलू हमेशा दर्शकों का मनोरंजन करता रहा।
दादा कोंडके की उत्कृष्टता को सम्मानित करने के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले। उन्होंने अपने समय के दौरान मराठी फिल्मों के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया। उनकी फिल्मों ने कई फिल्मफेयर अवॉर्ड्स भी जीते। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
आज हम उनकी जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हैं। उनके अभिनय की चमक आज भी हमारे दिलों में बसी हुई है। दादा कोंडके जैसे महान अभिनेता को याद करना हमारे लिए गर्व की बात है। वह हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
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